दुनिया की सर्वोच्च महाशक्ति में गिना जाने वाला अमेरिका बर्बादी की कगार पर खड़ा है. एक तरफ कोरोना वायरस तो दूसरी तरफ प्राकृतिक आपदाएं और अब गृहयुद्ध जैसे हालात. क्या नास्त्रेदमस ने 465 साल पहले ही इस स्थिति की ओर संकेत कर दिया था?
नई दिल्ली: इंडियामिक्स न्यूज़ साल 2020 महाशक्ति अमेरिका के लिए बड़ा घातक साबित हो रहा है. कोरोना की वजह से अमेरिका के कई बड़े शहर तबाही की कगार पर खड़े हैं. अर्थव्यव्यवस्था धराशायी हो गई. चीन जैसा देश आंख दिखाने लगा और अब पूरा देश गृहयुद्ध जैसे हालात में घिर गया है. दुनिया के सबसे महान भविष्यवक्ता ने साल 2020 के बारे में जो भविष्यवाणी की थी, वह कैसे अमेरिका पर पूरी तरह खरी उतरती नजर आ रही है. आईए देखते हैं-
साल 2020 में दुनिया के बड़े देश गृहयुद्ध मे घिर जाएंगे, वहां के लोग सड़कों पर उतर आएंगे
यह पंक्तियां फ्रांस के महान भविष्यवक्ता मिशेल द नास्त्रेदमस की किताब सेंचुरीज से ली गई हैं. जिसमें साल 2020 के बारे में अनुमान लगाया गया है. नास्त्रेदमस चौपाई यानी चार पंक्तियों में भविष्यवाणी किया करते थे. उन्होंने साल 2020 के बारे में जो भविष्यवाणी की है, उपरोक्त पंक्ति उसी की है. ये लाइन इसलिए बेहद अहम है कि हम अपनी आंखों के सामने इस भविष्यवाणी को सच होता हुआ देख रहे हैं.
दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली माना जाने वाला देश अमेरिका गृहयुद्ध जैसी परिस्थितियों में फंसा हुआ है. यह एक छोटी सी घटना का परिणाम है. हालात इतने बुरे हो गए हैं कि अमेरिका की लगभग पूरी जनता सड़कों पर उतर आई है.
अमेरिका में अफ्रीकी मूल के शख्स जॉर्ज लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद अमेरिकी लोग बुरी तरह नाराज हैं. वह अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास ह्वाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. ये प्रदर्शन पिछले कई दिनों से जारी हैं. अमेरिका के कई बड़े शहरों में कर्फ्यू लगा हुआ है.
अमेरिका की सड़कों पर सेना उतारने की तैयारी
दुनिया की इकलौती महाशक्ति की हालत इतनी खराब है कि वहां की सड़कों पर सेना उतारने की तैयारी की जा रही है. इससे वहां गृहयुद्ध जैसे हालातों की गंभीरता समझ लीजिए.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को विद्रोह अधिनियम को लागू करने की धमकी दी है. यह सदियों पुराना कानून है जो राष्ट्रपति को देश में हो रही घरेलू हिंसा को खत्म करने के लिए अमेरिकी सेना को भेजने का अधिकार देता है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर कोई शहर या राज्य अपने निवासियों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई करने से इनकार करता है, तो मैं संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना को तैनात करूंगा और उनकी समस्या का जल्द समाधान करूंगा. प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए वाशिंगटन डीसी में सेना की एक बटालियन को तैनात कर दिया गया है. सेना के करीब 250 जवान हालात पर नजर रखे हुए हैं. हिंसक प्रदर्शन के दौरान करीब चार हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
राष्ट्रपति ट्रंप को बड़ा नुकसान
नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी में बताया था कि साल 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारी नुकसान होगा. ये बेहद आश्चर्य की बात है. क्योंकि 465 साल पहले अमेरिका से हजारों किलोमीटर दूर फ्रांस में पैदा हुए नास्त्रेदमस ने अपने पूरे जीवनकाल में ट्रंप के बारे में सुना भी नहीं होगा. लेकिन उन्होंने साफ तौर पर ट्रंप का नाम लेकर चेतावनी दी.
नास्त्रेदमस आधी रात को पीतल के पात्र में पानी भरकर उसमें देखकर भविष्य की परतों के पीछे झांकते थे. नास्त्रेदमस ने साल 2020 को परिवर्तन का साल करार देते हुए साफ तौर पर कहा कि इस साल में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को भारी नुकसान होने की आशंका है.
नास्त्रेदमस की ये भविष्यवाणी भी बिल्कुल सच होने की आशंका दिखाई दे रही है. क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को अपने उपर भारी खतरा महसूस हो रहा है. फ्लॉयड की मौत से नाराज प्रदर्शनकारियों ने जब ह्वाइट हाउस को घेर लिया तो ट्रंप वहां बने अंडरग्राउंड बंकर में जाकर छिप गए.
अमेरिकी राष्ट्रपति का बंकर में छिपना कोई सामान्य घटना नहीं. यह सिर्फ युद्ध जैसी आपात परिस्थितियों में उठाया जाने वाला कदम है. क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति का बंकर परमाणु हमले से भी प्रूफ माना जाता है. जिसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के कार्टूनों का दौर शुरु हो गया.
इस घटनाक्रम के बाद ट्रंप की छवि को निजी तौर पर बड़ा नुकसान हुआ है.
इसके पहले नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के आधार पर कहा जा रहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप किसी तरह के हमले या बीमारी का शिकार हो सकते हैं. लेकिन अमेरिका में गृहयुद्ध जैसी परिस्थितियों ने इससे भी बुरा किया है. इन हालातों ने अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रतिष्ठा नष्ट कर दी है. जो कि शायद सबसे बड़ा नुकसान है.
नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियों में अमेरिका की अर्थव्यवस्था तबाह होने और उसपर प्राकृतिक प्रकोप की भी बातें कही हैं. कोरोना के कारण अमेरिका का व्यापार नष्ट होता जा रहा है और वहां बाढ़ और तूफान जैसी कई प्राकृतिक आपदाएं भी दस्तक दे रही हैं. इन घटनाओं को देखकर साफ लगता है कि नास्त्रेदमस को अमेरिका की इस दुर्गति का अंदाजा काफी पहले मिल गया था.