
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में गुजरात के तीन पर्यटकों की मौत हो गई. इस दुखद घटना पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है
मुख्यमंत्री पटेल ने बुधवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर लिखा, ‘गुजरात सरकार आतंकवादी हमले में मारे गए पर्यटकों के परिवारों के साथ पूरी सहानुभूति रखती है. सरकार मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देगी.’
मुख्यमंत्री पटेल गुरुवार को भावनगर जाएंगेइस आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों में भावनगर के यतीश परमार और उनके बेटे स्मित परमार शामिल हैं. इसके अलावा सूरत के शैलेश कलाठिया भी इस हमले का शिकार हुए. इन तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. सरकारी की ओर से बताया गया कि मुख्यमंत्री पटेल गुरुवार को भावनगर जाएंगे, जहां वह परमार पिता-पुत्र को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और उनके परिवारजनों से मुलाकात करेंगे
गौरतलब है कि पहलगाम जम्मू-कश्मीर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां हर साल हजारों पर्यटक जाते हैं. इस प्रकार के आतंकी हमले ने एक बार फिर देशभर को झकझोर दिया है. घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाबल सतर्क हो गए हैं और इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री द्वारा घोषित सहायता राशि से पीड़ित परिवारों को थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और सुरक्षाबलों को और अधिक सख्ती बरतने की जरूरत है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने गुरुवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर सकते हैं. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर विभिन्न दलों के नेताओं को हमले की परिस्थितियों और अब तक की कार्रवाई की जानकारी देंगे.
सूत्रों की मानें तो गृह मंत्री शाह और रक्षा मंत्री सिंह विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से लगातार संपर्क में हैं और इस गंभीर मुद्दे पर उनका सहयोग और सुझाव ले रहे हैं.
इससे पहले कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने मांग की थी कि सरकार को इस संवेदनशील मसले पर सभी राजनीतिक दलों को साथ लेकर चलना चाहिए और एक सर्वदलीय बैठक बुलाकर स्थिति की विस्तृत जानकारी साझा करनी चाहिए.
सरकार की इस पहल को विपक्ष ने सकारात्मक कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े पहलुओं पर विस्तृत चर्चा होगी और आगे की रणनीति को लेकर सर्वसम्मति बन सकेगी.