मंत्री श्री देवड़ा ने ली आपदा प्रबंधन की बैठक, 1 जून से 7 जून तक प्रभावी रहेंगे खोलने के यह आदेश, वर्तमान ई पास व्यवस्था 31 मई के पश्चात लागू नहीं रहेगी
रतलाम/इंडियामिक्स : शहर में लॉक डाउन खुलने को लेकर सभी को बेसब्री से इंतजार है। इसी के तहत आज आपदा प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। प्रदेश के वित्त मंत्री तथा जिले के कोविड-19 प्रभारी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा की अध्यक्षता में शनिवार शाम जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक संपन्न हुई जिसमें 1 जून से विभिन्न प्रतिबंध खोलने के संबंध में कई निर्णय लिए गए। बैठक में सांसद श्री सुधीर गुप्ता, सांसद श्री गुमानसिंह डामोर (वर्चुअली), शहर विधायक श्री चैतन्य काश्यप, जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे, ग्रामीण विधायक श्री दिलीप मकवाना, श्री राजेंद्रसिंह लुनेरा, श्री गोविंद काकानी, श्री वीरेंद्र पाटीदार, श्री महेंद्र कटारिया, कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती मीनाक्षीसिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े आदि अधिकारी उपस्थित थे।
1 जून से 7 जून के बीच यह रहेगी छूट :-
बैठक में राज्य शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के प्रकाश में जिले में लागू प्रतिबंध खोलने के संबंध में निर्णय लिए गए। बताया गया कि किराने की स्टैंड अलोन दुकानें खुली रह सकेंगी। माँल्स से मात्र होम डिलीवरी हो सकेगी। आटा चक्की खुली रह सकेगी। दवाई की दुकान पूरे समय खुल सकेगी। सब्जी तथा फल की ठेला गाड़ी द्वारा घूमकर बिक्री की जा सकेगी। ऑटो रिक्शा में दो सवारी बैठ सकेगी, फोर व्हीलर में ड्राइवर के अलावा दो सवारी बैठ सकेगी। वैवाहिक समारोह में दोनों पक्षों के मात्र 10-10 व्यक्ति पूर्व अनुमति लेकर सम्मिलित हो सकेंगे। अंतिम संस्कार में 10 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। उक्त निर्णय 1 जून से लागू होकर 7 जून तक लागू रहेंगे। इसके पश्चात जिला क्राइसिसस मैनेजमेंट कमेटी बैठक आयोजित करके परिस्थिति अनुसार आगे के लिए निर्णय लेगी। वर्तमान ई पास व्यवस्था 31 मई के पश्चात लागू नहीं रहेगी। जहाँ 5 प्रतिशत से अधिक पाजिटिव रेट है तथा जहाँ कन्टेमेंट क्षेत्र है वहां ये छुट लागु नहीं रहेगी। जहाँ छुट है वहां भी किसी भी स्थिति में 6 से अधिक नागरिक एकत्र नहीं हो सकेंगे।
यह कहा जिम्मेदारों ने :-
बैठक में कलेक्टर द्वारा जिले में कोरोना नियंत्रण की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी गई। प्रभारी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने निर्देश दिए कि जिले के जिन हॉटस्पॉट क्षेत्रों में ज्यादा पेशेंट आए हैं, उन क्षेत्रों के लिए विशेष रणनीति बनाकर कार्य किया जाए ताकि संक्रमण का विस्तार नहीं हो। सांसद श्री डामोर ने कहा कि शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के प्रकाश में निर्णय लिए जाएं। चरणबद्ध रूप से अनलॉक किया जाना चाहिए, साथ ही ब्लैक फंगस के उपचार की पुख्ता व्यवस्था हो। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों के उपचार की भी पुख्ता व्यवस्था के लिए कहा। सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने कहा कि अनलॉक के संबंध में चरणबद्ध रूप से कार्य किया जाएगा, परिस्थिति अनुसार निर्णय लिया जाना उचित रहेगा। अनुशासित ढंग से गतिविधियां आयोजित की जाना चाहिए।
सांसद श्री गुप्ता तथा विधायक श्री पांडे ने जावरा चिकित्सालय में जिला स्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही। विधायक डा. राजेंद्र पांडे ने कहा कि जिन क्षेत्रों में संक्रमण ज्यादा हुआ है वहां एनालिसिस कराया जाए। उन्होंने कांटेक्ट ट्रेसिंग पर भी जोर दिया। विधायक श्री चेतन्य काश्यप ने कहा कि जिन कोरोना मरीजों के घर में पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, उनको सीसीसी में रखा जाना चाहिए। श्री काश्यप ने मेडिकल कॉलेज में बच्चों की चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में इस बात पर जोर दिया कि मात्र बेड उपलब्धता ही पर्याप्त नहीं होती है बल्कि अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। इस संबंध में राज्य शासन से चर्चा की जाए। विधायक श्री दिलीप मकवाना ने ग्रामीण क्षेत्रों में कांटेक्ट ट्रेसिंग पर जोर दिया, साथ ही कृषि गतिविधियों हेतु युक्तियुक्त ढंग से सुविधा देने की बात कही। श्री राजेंद्रसिंह लुनेरा, श्री गोविंद काकानी, श्री महेंद्र कटारिया ने भी उपयोगी सुझाव प्रस्तुत किए।