आज नवागत कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने रतलाम का प्रभार सम्भाला, विभिन्न विभागों के अधिकारियों से चर्चा में दो टूक कहा- महत्वपूर्ण पदों पर बैठे हैं यह सोचकर जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकते आप, GMC में कोई मरीज ना बैठे बाहर, साथ ही दिए जरूरी निर्देश, जानिए क्या है कुमार का कोरोनारोधी प्लान-
रतलाम / इंडियामिक्स : रतलाम के नवीन कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने आते ही अधिकारियों की बैठक लेने के साथ ही अपने सख़्त व जिम्मेवार लहजे से यह तो स्पष्ट कर दिया है की वे अपनी गुना के बाद रतलाम की दूसरी कलेक्टर पारी में एक्शन मोड के मूड में ही है। हाईकमान द्वारा भी रतलाम में कोरोनाकाल की बढ़ती रफ़्तार को धीमा करने के उद्देश्य से ही उन्हें रतलाम भेजा गया है। विभिन्न विभागो व उनके अधिकारियों से आज बैठक करते हुए उन्होंने कई अहम आदेश भी दिये है। उन्होंने आते ही अपना प्लान अधिकारियों को समझाकर दिशा निर्देशित भी कर दिया है। अब देखना यह है की क्या कुमार पुरुषोत्तम के मिशन मोड से जिले में कोरोना की रफ्तार में कमी आएगी?
कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान कोरोना कॉल हम सबके लिए एक चुनौती की तरह है हमें इस चुनौती को स्वीकार करते हुए शत प्रतिशत रूप से दायित्वों का निर्वहन करना है जिले को संक्रमण की स्थिति से बाहर निकालना है और जीवन पटरी पर लाना है। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्रीमती मीनाक्षी सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री इंद्रजीत बाकलवार, एसडीएम श्री अभिषेक गहलोत, डिप्टी कलेक्टर सुश्री शिराली जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
दिए यह आदेश, होगा सर्वेक्षण :-
कलेक्टर द्वारा कोरोना कर्फ़्यू के दौरान आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कियोस्क केंद्र खोलने की अनुमति दी है जिसमे नागरिकों को आने जाने की छूट दी है।
रतलाम शहर में सघन सर्वेक्षण के लिए 150 दलों के गठन होगा जिसमें महिला बाल विकास, नगर निगम राजस्व तथा अन्य विभागों के कर्मचारी सम्मिलित रहेंगे।
सर्वेक्षण दल मोहल्ले कालोनियों में पहुंचकर सर्दी खांसी जुकाम के मरीजों की जानकारी हासिल करेंगे साथ ही उनको हाथों-हाथ मेडिकल किट प्रदान करेंगे जिसमें आवश्यक दवाइयां रहेंगी ताकि मरीज गंभीर स्थिति में नहीं पहुंचे।
प्रथम चरण का सर्वे रतलाम शहर में 12 दिन में पूरा कर लिया जाएगा प्रत्येक दल 1 दिन में 20 से 30 घरों को कवर करेगा। सर्दी खांसी तथा कोरोना के मरीजों को उनके घर पर ही दवाई का किट देगा। उपयोग करने की हिदायत भी देगा साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल भी बताएंगे।
रतलाम शहर में 150 दल प्रतिदिन करीब 5,000 घरों मैं पहुंचेंगे। मेडिकल किट के अलावा अन्य सपोर्टिंग दवाओं के संबंध में भी सुझाव देंगे। सघन सर्वेक्षण के निर्देश कलेक्टर द्वारा जिले के सभी एसडीएम को भी अपने अपने क्षेत्रों के लिए दिए गए।
कलेक्टर ने कहा की मोबाइल दल भी बनेंगे जो होम आइसोलेटेड और संदिग्ध कोरोना मरीजों को वॉच करेंगे, कलेक्टर ने निर्देश दिए कि संदिग्ध कोरोना मरीज के पूरे परिवार को दवाएं दी जाए।
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ गुप्ता से मेडिकल कॉलेज की जानकारी प्राप्त करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने के लिए आने वाले प्रत्येक मरीज को भर्ती किया जाए।
इसके लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं करनी पड़े तो की जाएं, मेडिकल कॉलेज में रैपिड रिस्पांस टीम बनाई जाए जो वहाँ भर्ती होने के इंतजार में बाहर बैठे मरीज को तत्काल प्राथमिक रूप से उपचार मुहैया करवाएगी ताकि उसके उपचार में कोई देरी नहीं हो।
ग्रामीण में खास नज़र :-
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निर्देश देते हुए कहा की कोरोना पेशेंट के घरों के आसपास थोड़े बड़े आकार के माइक्रो कंटेनमेंट बनाए जाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में खासतौर पर उन गांवों में जहां पेशेंट ज्यादा है पुलिस का फ्लैग मार्च करवाया जाए ताकि बीमारी के प्रति ग्रामीण अलर्ट हो जाए। कलेक्टर द्वारा जिले के अन्य एसडीएम से वीडियो कॉन्फ्रेंसके माध्यम से चर्चा करते हुए उनके क्षेत्रों में सर्वेक्षण दलों के तत्काल गठन एवं कोरोना मरीजों के सघन सर्वेक्षण के निर्देश दिए कलेक्टर द्वारा कील करो ना अभियान की जानकारी भी ली गई।
साथ ही कलेक्टर ने कहा कि सब मिलकर कोरोना के विरुद्ध “मिशन मोड” में कार्य करेंगे। सबके सहयोग से दिन-रात कार्य करके जिले को कोरोना से मुक्त किया जाएगा। इसी बीच कलेक्टर ने बैठक में टीकाकरण कार्य की जानकारी भी प्राप्त की और अधिकारियों से कहा कि ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। अगर हमारे प्रयास से किसी व्यक्ति की जान बच जाती है तो हमारा जीवन सार्थक रहेगा।