भाजपा ने रतलाम जिले अभी तक अपने दो उम्मीदवारों की घोषणा की हैं दूसरी तरफ कांग्रेस ने जिले की सभी विधानसभा में प्रत्याशी तय कर दिए हैं

रतलाम/इंडियामिक्स मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावो की घोषणा के बाद से ही जिले की पांचो विधानसभा सीटो पर दोनों पार्टी के उम्मीदवारों के नामो को लेकर जनता में चर्चा बनी हुई थी. भाजपा ने अभी तक रतलाम शहर और सैलाना के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया हैं वही कांग्रेस ने जिले की सभी पांचो विधानसभा के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं .
राजनीति में कोई स्थाई दोस्त या स्थाई दुश्मन नहीं होता

ये कहावत रतलाम शहर में तरिथार्थ हो रही हैं जहाँ कांग्रेस के रतलाम शहर से उम्मीदवार पारस सकलेचा पूर्व की भाजपा सरकार में गृहमंत्री रहे और भाजपा के वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी से आशीर्वाद लेने पहुँच गए. इसे वे शिष्टाचार भेट बता रहे हैं वही लोगो में इस मुलाकात के कई कयास लगाये जा रहे हैं. हिम्मत कोठारी को चुनाव में हराने वाले पारस सकलेचा ने एक समय हिम्मत कोठारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे उन आरोपों के खिलाफ हिम्मत कोठारी हाईकोर्ट तक लडे और पारस सकलेचा की विधायिकी शुन्य करवा दी थी. एक दुसरे के घोर राजनितिक विरोधी रहे दोनों की अचानक हुई इस मुलाक़ात के क्या मायने हो सकते हैं ये एक ज्वलंत प्रश्न हैं. ये भी जगजाहिर हैं की वर्तमान विधायक चेतन्य कश्यप और हिम्मत कोठारी की राजनितिक प्रतिस्पर्धा हैं. कई मौको पर हिम्मत कोठारी जनता के साथ मिलकर प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज़ मुखर करते रहे हैं. एक और भी कारण हो सकता हैं रतलाम शहर में 25000 से अधिक जैन वोटर हैं जिनमे हिम्मत कोठारी की अच्छी पकड़ मानी जाती हैं. अब पारस सकलेचा इनमे से कोई सा आशीर्वाद लेने गए थे ये वही जाने या जिनसे मिलने गए थे वो जाने. हमने आपको संभावनाओ से अवगत कराया हैं.
जावरा में कांग्रेस प्रत्याशी हिम्मत श्रीमाल का विरोध

कांग्रेस ने बीती रात अपने 85 नए नामो के साथ 3 प्रत्याशियों के नाम बदलकर कुल 88 उम्मेदवारो की सूचि जारी कर दी जिनमे से रतलाम जिले की जावरा विधानसभा से हिम्मत श्रीमाल का नाम आते ही उनका विरोध शुरू हो गया कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने बीती रात उनका पुतला दहन कर उनके नाम पर आपत्ति दर्ज की. प्रदेश संघठन से मांग की की वे जावरा विधानसभा के लिए घोषित उम्मीदवार को बदले. याद रहे हिम्मत श्रीमाल का नाम पब्लिक डोमेन में कही नहीं था. डीपी धाकड़, वीरेंदर सिंह सोलंकी और करणी सेना परिवार के जीवन सिंह शेरपुर के साथ ही अल्पसंख्यक उम्मीदवार युसूफ कडपा के नामो को लेकर चर्चाये थी. हिम्मत श्रीमाल का नाम आते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओ में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी. खैर फिलहाल वो कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार हैं. आगे कांग्रेस पार्टी इनके नाम को बदलती हैं या नही ये समय के गर्भ में हैं.
कांग्रेस के रतलाम ग्रामीण प्रत्याशी का भी विरोध

रतलाम ग्रामीण से कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण डिंडोर का नाम आते ही स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओ और नेताओ ने उनके नाम का विरोध शुरू कर दिया हैं. हाई कोर्ट की नौकरी से वीआरएस लेकर राजनीति में कदम रखने वाले लक्ष्मण डिंडोर का नाम नया नही हैं. पिछले कुछ महीनो लक्ष्मण डिंडोर के नाम पर चर्चो का दौर चल रहा था इसलिए भी इनका नाम चौकाने वाला नही हैं. फ़िलहाल जब तक भाजपा के उम्मीदवार का नाम तय नही होता तब तक तस्वीर साफ़ नही होगी.