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उत्तरप्रदेश : मैनपुरी में अखिलेश के सामने बघेल को खड़ा कर भाजपा ने खींची बड़ी लाइन

बीजेपी के आगरा से सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के भटपुरा के मूल निवासी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर के रूप में तैनात रहे बघेल 1989 में मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा में शामिल हो गए

एसपी सिंह बघेल और अखिलेश यादव

लखनऊ / इंडियामिक्स भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ( Mulayam Singh Yadav ) के खिलाफ अपने कद्दावर दलित नेता और आगरा से सांसद सत्यपाल सिंह बघेल ( Satya pal Singh Baghel ) को मैदान में उतारा कर मैनपुरी की सियासत गरमा दी है.आगरा,मैनपुरी लगा हुआ जिला है, इसलिए बघेल को यहां पहचान बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बघेल के चुनाव मैदान में कूदने से अखिलेश बिल्कुल फ्री होकर नहीं रह पाएंगे,जैसा की उन्होंने (अखिलेश यादव ने) नामांकन करने के बाद कहा था कि वह अपने चुनाव प्रचार के लिए मैनपुरी नहीं आएंगे जनता उनका चुनाव लड़ाए और जिताएगी.इसी के थोड़ी देर बाद बीजेपी प्रत्याशी बघेल ने नामांकन कर दिया.   खैर,बात बघेल की कि जाए तो अखिलेश के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे  प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल  केंद्रीय मंत्रिमंडल में कानून राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाले हुए है। उन्होंने मुलायम सिंह यादव से नरेंद्र मोदी तक के मंत्रिमंडल का सफर पूरा किया है। केंद्रीय मंत्री बघेल पांच बार सांसद और यूपी में योगी कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं।

 बीजेपी के आगरा से सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के भटपुरा के मूल निवासी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर के रूप में तैनात रहे बघेल 1989 में मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा में शामिल हो गए। बघेल से प्रभावित मुलायम सिंह ने उनको जलेसर सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर 1998 में पहली बार उतारा था। बघेल ने अपने पहले ही चुनाव में जीत दर्ज की। उसके बाद दो बार सांसद चुने गए।बाद मे बघेल पाला बदल कर बसपा में आए गए और बसपा ने 2010 में उन्हें राज्यसभा में भेजा। साथ ही राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी भी दी। 2014 में  बघेल फिरोजाबाद लोकसभा से सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के सामने चुनाव लड़े, लेकिन मोदी लहर के चलते चुनाव हार गए थे। 2014 में मिली हार के बाद एसपी सिंह बघेल ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।

भाजपा द्वारा उन्हें पिछड़ा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया । 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में बघेल टूंडला सुरक्षित सीट से भाजपा विधायक बने। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम में शामिल किया गया। पशुधन, लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग संभाला। 2017 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने आगरा लोकसभा क्षेत्र से उन्हें टिकट दिया। यहां से भी प्रो. एसपी सिंह बघेल ने शानदार जीत दर्ज की। बघेल को आगरा से वर्तमान सांसद रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर चुनाव लड़वाया गया था। अब केंद्रीय कैबिनेट में राज्यमंत्री बनाए गए हैं। कुल मिलाकर मैनपुरी में अखिलेश के सामने बघेल को खड़ा कर भाजपा ने लम्बी लाइन खींच दी है.

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