गर्भवती महिलाओं को लगाई जाएगी कॉवेक्सीन, अलग से रहेगी व्यवस्था, विशेष स्थानो पर होगा टिकाकरण, सीधे केंद्र पर पहुँच कर लगवाया जा सकेगा टिका, सप्ताह में केवल मंगलवार और शुक्रवार तय
रतलाम/इंडियामिक्स : राज्य सरकार द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 का वैक्सीनेशन करने के लिए हरी झंडी दे दी गयी है। इसके लिये अलग से एक व्यवस्था बनाई गई है जो कि केवल गर्भवती महिलाओं के टिकाकरण के लिए होगी। महिलाएं गर्भ के 1 माह से लेकर 9 माह तक के बीच कभी भी टिका लगवा सकती है।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को कोविड19 टीकाकरण गर्भावस्था के दौरान किसी भी समय लगवाया जा सकता है। टीकाकरण कराने के लिए गर्भवती महिला को किसी भी प्रकार की प्रि ऑन लाइन स्लॉट बुकिंग कराने की आवश्यकता नहीं है। गर्भवती महिलाओं को वैक्सीनेशन केंद्र पर अपना आधार कार्ड और मोबाइल लेकर आना होगा। वैक्सीनेशन केंद्र पर सीधे ऑन स्पॉट बुकिंग कर टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण केंद्र पर वैक्सीनेशन कराने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रथक से रिकॉर्ड भी संधारित किया जाएगा तथा सुमन हेल्पडेस्क के माध्यम से उनका फॉलोअप किया जाएगा। कोविड-19 टीकाकरण के बाद भी गर्भवती महिलाओं को मास्क लगाना, अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोना तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आवश्यक रहेगा।
इन स्थानों पर लगेगा :-
रतलाम जिले में गर्भवती महिलाओं को शहर के एमसीएच अस्पताल पोस्ट ऑफिस के पास, सिविल अस्पताल जावरा, सिविल अस्पताल आलोट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाजना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैलाना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपलोदा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नामली, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खारवाकला, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ताल में गर्भवती महिलाओं को प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को को-वैक्सीन का वैक्सीनेशन किया जाएगा।
बच्चे व माँ दोनों के लिए सुरक्षित :-
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को होने वाला कोविड-19 वैक्सीनेशन गर्भवती महिला और उनके बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित है। टीकाकरण के बाद हल्का बुखार, इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द, लालिमा आदि जैसे मामूली लक्षण हो सकते हैं, इनसे घबराने की आवश्यकता नहीं है। जितना जल्दी हो सके, सभी गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 वैक्सीनेशन करवाना चाहिए। कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए गर्भवती महिलाओं को वैक्सीनेशन के संबंध में पहले परामर्श प्रदान किया जाएगा और गर्भवती महिलाओं की सहमति के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाएगा।
वैक्सीनेशन के बाद गर्भवती महिलाओं को 30 मिनट तक रुकना आवश्यक रहेगा। एएनसी क्लीनिक के दौरान किए जाने वाले टीकाकरण के समय यदि महिला को टिटनेस का वैक्सीन लगाया जाता है तो ऐसी स्थिति में बाई भुजा पर टिटनेस का वैक्सीन एवं दाई भुजा पर कोविड-19 वैक्सीनेशन किया जाएगा।