21 फरवरी को छपी ख़बर व सोशल मीडिया पर फैली खबर के बारे में उमरिया कलेक्टर ने जानी वस्तुस्थिति, जिसके बाद बताया खबरों को निराधार व जारी किया वस्तुस्थिति पत्र

उमरिया/कोहका IMN, समाचार पत्र भास्कर में छपी एक ख़बर का खंडन कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने किया। कलेक्टर ने स्वयं साजन बैगा की माता रामन्ती बाई से मुलाकात कर बातचीत की।
उमरिया के सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय उमरिया डा बी के प्रजापति ने बताया है कि सोशल मीडिया एवं समाचार पत्र मे कोहका निवासी बैगा परिवार मे कुपोषित बच्चे के संदर्भ में खबर प्रकाशित हुई है । बच्चा का नाम साजन बैगा उम्र 16 माह माता का नाम रमंती बाई पिता का नाम केशलाल बैगा है।
कुपोषित साजन बैगा को पूर्व में 10 सितम्बर 2020 को एन.आर सी में भर्ती किया गया था भर्ती के समय बच्चे का वजन 2.9 किग्रा था। 13 दिन रखने के पश्चात 22 सितंबर .2020 को वेट गेन होने पर प्रोटोकॉल के तहत बच्चे को एनआरसी से डिस्चार्ज कर दिया गया था । बच्चे का कोविड-19 के चलते दूरभाष के माध्यम से आंगनवाडी कार्यकर्ता के द्वारा 04 फॉलोअप किया गया था जिसमें बच्चा स्वस्थ्य था। बच्चे को पुनः 9 फरवरी 2021 की शाय 7.30 बजे पीडियाट्रिक वार्ड में आंगनवाड़ी सहायिका राधा राय के द्वारा भर्ती कराया गया ।
भर्ती के समय पेट में सूजन तथा सांस फूलने की तकलीफ थी। चिकित्सक के द्वारा जॉच करने पर याया गया कि बच्चा सैम (सीवियर एक्यूट मालनरिस्ड) तथा ए.आर.आई (एक्यूट रिस्पायरेट्री इन्फेक्शन) से ग्रस्त था। बच्चे का निरंतर ईलाज करने के पश्चात् स्थिति में सुधार हुआ परंतु कुछ और मेडिकल काम्प्लीकेशन की संभावना के कारण जाँच हेतु 02 दिन पश्चात् मेडिकल कॉलेज जबलपुर में दिखाने हेतु कहा गया । बच्चे की माँ द्वारा जबलपुर जाने से इंकार करते हुये अपनी मर्जी से बच्चे को घर ले जाया गया। 21 फरवरी .2021 को पुनः एम्बुलेन्स के द्वारा लाकर बच्चे को पुनः पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती किया गया है तथा प्रोटोकॉल के अनुसार बच्चे का ईलाज किया जा रहा है तथा माँ की निरंतर काउन्सिलिंग की जा रही है।
सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों में माँ को खाना न मिलने संबंधी खबरे निराधार है। माँ को डाईट चार्ट के अनुसार भोजन प्रदाय किया जा रहा था, परंतु बच्चे को आक्सीजन पर रहने एवं पेट में सूजन के कारण चिकित्सक द्वारा बच्चे को मुँह से भोजन देने के लिये मना किया गया। बच्चे को निरंतर आई.व्ही प्लूड दिया जा रहा था। चिकित्सक द्वारा बच्चे को निरंतर देखा गया तथा बच्चे की केश सीट पर प्रवृष्टि की गई है। 21 फरवरी को मेरे द्वारा बच्चे की माँ से पूछने पर कि आपको खाना नही मिल रहा था ऐसी खबरे प्रचारित हो रही है जिसके प्रतिउत्तर में बच्चे की मों के द्वारा खाना न मिलने की बात तथा चिकित्सक के द्वारा न देखने की बात को स्वंय नकारा गया है।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जारी पत्र में बताया की आज पुनः बच्चे को अस्पताल लाया कर पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। बच्चे का इलाज व माँ की काउंसिलिंग की जा रही है। सोशल मीडिया व समाचार पत्रों में जो जानकारी फैलायी गयी वह निराधार है। इस सम्बंध में बच्चे की मां से पूछा गया जिस पर प्रतिउत्तर में उसने खाना व इलाज ठीक से नहीं मिलने की बात को नकारा है।
