वैक्सीन प्लांट और स्टोरेज (वैक्सीन निर्माण संयंत्र) सुरक्षित, मंजरी प्लांट में लगी आग, फ़िलहाल आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है
पुणे (महाराष्ट्र) : (ANI) लंबे समय की प्रतीक्षा के बाद कोरोना के वैक्सीनेशन का काम शुरू हो चुका है। इसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही कोरोना वैक्सीन “कोविशिल्ड” का निर्माण कर रहे पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में निर्माणाधीन इमारत में अचानक आज दोपहर आग लग गई। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस बिल्डिंग में बड़े पैमाने पर वैक्सीन बनाने की योजना थी।
पुणे पुलिस कमिश्नर श्री अमिताभ गुप्ता ने बताया की इमारत के मंजरी प्लांट में आग लगी है। वैक्सीन का उत्पादन वहां नहीं किया जा रहा था। लेकिन बाद के चरण में इसे शुरू करने की तैयारी चल रही थी। आग बुझ जाने के बाद पुलिस की जांच शुरू हो जाएगी। हम हर पहलू की जांच करेंगे। इस इमारत में निर्माण कार्य चल रहा था। वैक्सीन प्लांट और स्टोरेज (वैक्सीन निर्माण संयंत्र) में कोई समस्या नहीं है वह सुरक्षित है। कुछ घण्टो में आग पर काबू पा लिया जाएगा। घटनास्थल पर कम से कम 10 फायर टेंडर मौजूद है। फ़िलहाल आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। पुणे के चीफ फायर ऑफीसर प्रशांत ने कहा- हादसे में चार लोग फंसे हुए थे. जिनमें तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
वहीं मामले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पुणे म्युनिसिपल कमिश्नर के लगातार संपर्क में हैं और ऑन-ग्राउंड अपडेट्स ले रहे हैं। उन्होंने राज्य की मशीनरी को निर्देश दिया है कि वे इस स्थिति को नियंत्रित और सुनिश्चित करें।
अब तक कि जानकारी के अनुसार एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की एक टीम पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के लिए रवाना हो चुकी है।
इंस्टीट्यूट के अधिकारियों के अनुसार, टर्मिनल 1 गेट में आग लग गई और टर्मिनल गेट 1 के अंदर सेज 3 बिल्डिंग की चौथी और पांचवीं मंजिल पर आग लगी रही। जिस जगह पर आग लगी, वह SII की एक निर्माणाधीन इमारत है। वैक्सीन और वैक्सीन निर्माण संयंत्र सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि देश के शीर्ष औषध नियामक ने भारत में SII के कोविल्डिल वैक्सीन के लिए प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी थी। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी / एस्ट्रा ज़ेनेका के साथ तकनीकी सहयोग के तहत सीरम संस्थान द्वारा लाखों वैक्सीन खुराक का निर्माण किया जा रहा है। उक्त वैक्सीन COVISHIELD (SII-ChAdOx1 nCoV-19) वैक्सीन में प्रतिकृति-कमी वाले सिमियन एडेनोवायरस वेक्टर ChAdOx1 शामिल हैं, जिसमें SARS-CoV-2 के संरचनात्मक ग्लाइकोप्रोटीन (स्पाइक प्रोटीन) एंटीजन शामिल हैं।